Biography of Mahatma Gandhi in Hindi
महात्मा गांधी जी का जीवन परिचय
Biography of Mahatma Gandhi in Hindi: मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उनके पिता, करमचंद गांधी पोरबंदर राज्य में दीवान थे, और उनकी मां पुतलीबाई करमचंद की चौथी पत्नी थीं। गांधीजी का पालन-पोषण एक धार्मिक हिंदू परिवार में हुआ, जहां उन्होंने शाकाहार और उपवास को आत्म-शुद्धि के साधन के रूप में अपनाया। मात्र 13 वर्ष की आयु में उनका विवाह कस्तूरबा गांधी से हुआ, जो उनसे एक वर्ष बड़ी थीं।
1885 में उनके पहले बच्चे का जन्म हुआ, लेकिन दुर्भाग्यवश वह कुछ ही दिनों तक जीवित रहा। इसके बाद उनके चार पुत्र हुए।गांधीजी स्कूली शिक्षा के दौरान एक औसत छात्र रहे और कुछ कठिनाइयों के साथ सामलदास कॉलेज से मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की। 4 सितंबर 1888 को, वे कानून की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चले गए और लंदन के यूनिवर्सिटी कॉलेज में बैरिस्टर बनने का प्रशिक्षण लिया। उनके परिवार की इच्छा थी कि वे एक सफल वकील बनें। लेकिन देश को बचाने के लिए उन्हें नेता बनना पड़ा।
महात्मा गांधी ने 1922 में असहयोग आंदोलन 1930 में नमक सत्याग्रह और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान स्वतंत्रता संग्राम में प्रमुख भूमिका निभाई। वे भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ अहिंसा और सामूहिक अवज्ञा के सिद्धांतों के साथ संघर्ष का नेतृत्व करते रहे। गांधीजी को बापू के नाम से जाना जाता था, और उनके नेतृत्व में अहिंसक प्रतिरोध को स्वतंत्रता संग्राम का एक शक्तिशाली हथियार बनाया गया। उन्होंने न्याय और स्वतंत्रता के लिए अपने संघर्ष में कई कठिनाइयों का सामना किया, जिसमें उन्हें गिरफ्तार किया गया, कई बार प्रताड़ित किया गया, लेकिन उन्होंने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया।
भारत के अलावा गांधीजी ने दक्षिण अफ्रीका में भी नागरिक अधिकार आंदोलन का नेतृत्व किया, जहां उन्होंने नस्लीय भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया और न्याय और समानता के लिए आवाज उठाई। उनका योगदान भारत के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर भी मान्यता प्राप्त है। उनके जन्मदिन 2 अक्टूबर को भारत में गांधी जयंती के रूप में राष्ट्रीय अवकाश मनाया जाता है, और यह दिन दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, जिससे उनके शांति और अहिंसा के संदेश की व्यापक स्वीकृति का प्रतीक है। Biography of Mahatma Gandhi in Hindi
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और गांधीजी (1916-1945)
Biography of Mahatma Gandhi in Hindi: गांधीजी का सत्याग्रह चंपारण से आरंभ हुआ, जहां किसानों की स्थिति जमींदारों द्वारा लगाए गए अत्यधिक करों के कारण बेहद खराब हो गई थी। किसानों को अनिवार्य रूप से नकदी फसलें उगाने के लिए मजबूर किया गया, जिससे उनके पास अपनी आवश्यक खाद्य फसलों की कमी हो गई और अकाल की स्थिति पैदा हो गई।
गांधीजी ने किसानों की समस्याओं को समझने के लिए गहन सर्वेक्षण और अध्ययन किया और इसके आधार पर गांवों में सुधार लाने की दिशा में काम शुरू किया। उन्होंने सफाई, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार पर जोर दिया और सामाजिक कुरीतियों जैसे पर्दा प्रथा और अस्पृश्यता के खिलाफ अभियान चलाया। जमींदारों के खिलाफ किसानों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन और हड़तालों का आयोजन किया, जिसके परिणामस्वरूप करों में राहत मिली और अकाल की स्थिति के दौरान कर संग्रह को रोक दिया गया।
महात्मा गांधी का योगदान
Biography of Mahatma Gandhi in Hindi: महात्मा गांधी एक प्रभावशाली सार्वजनिक नेता थे, जिन्होंने सामाजिक और राजनीतिक सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने समाज को कई सामाजिक बुराइयों से मुक्ति दिलाने का प्रयास किया, जिससे बहुत से पीड़ितों को राहत मिली। उनके इन प्रयासों ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध बना दिया और वे वैश्विक मीडिया में चर्चा का विषय बन गए।
गांधीजी ने पर्यावरणीय स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने यह विचार पेश किया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार ही संसाधनों का उपभोग करना चाहिए। उन्होंने एक प्रमुख सवाल उठाया, “एक व्यक्ति को कितना उपभोग करना चाहिए?” यह सवाल आज भी प्रासंगिक है, विशेषकर वर्तमान भारत में, जहां जनसंख्या अत्यधिक बढ़ी हुई है। गांधीजी ने छोटे पैमाने पर सिंचाई और अक्षय ऊर्जा के उपयोग का समर्थन किया और अत्यधिक औद्योगिक विकास का विरोध किया।
अहिंसा का सिद्धांत गांधीजी का शायद सबसे महत्वपूर्ण योगदान था। उन्होंने हिंसा का सहारा लिए बिना स्वतंत्रता प्राप्त करने का लक्ष्य रखा। जब चौरी-चौरा की घटना में हिंसा हुई, तो गांधीजी ने असहयोग आंदोलन समाप्त कर दिया, जिससे कुछ लोग असंतुष्ट हो गए। लेकिन गांधीजी ने अहिंसा के अपने सिद्धांत पर दृढ़ता से कायम रहते हुए इस फैसले को लिया। धर्मनिरपेक्षता भी गांधीजी के योगदानों में से एक थी। उनका मानना था कि किसी भी धर्म को सत्य पर एकाधिकार नहीं होना चाहिए। उन्होंने विभिन्न धर्मों के बीच मित्रता और सहिष्णुता को बढ़ावा दिया, जिससे समाज में सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश प्रसारित हुआ।

असहयोग आंदोलन
महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ असहयोग अहिंसा और शांतिपूर्ण प्रतिरोध को प्रभावी हथियार के रूप में अपनाया, जलियांवाला बाग हत्याकांड और उसके बाद की हिंसा ने गांधी को स्व-शासन और भारतीय सरकारी संस्थानों पर पूर्ण नियंत्रण की आवश्यकता का एहसास कराया। इसके परिणामस्वरूप, स्वराज की अवधारणा विकसित हुई, जिसका मतलब था व्यक्तिगत, आध्यात्मिक, और राजनीतिक स्वतंत्रता। Biography of Mahatma Gandhi in Hindi
गांधी ने भारतीयों से अपील की कि वे विदेशी वस्त्रों और सामानों का बहिष्कार करें, सरकारी नौकरियों से इस्तीफा दें, और ब्रिटिश उपाधियों और सम्मानों का त्याग करें। इसके साथ ही, उन्होंने खादी को बढ़ावा दिया और लोगों से खादी पहनने का आग्रह किया, जिसे चरखे पर खुद कातकर बनाया जाता था। उन्होंने स्वयं पारंपरिक भारतीय धोती और शॉल पहनकर इसका उदाहरण प्रस्तुत किया।
यह आंदोलन व्यापक रूप से सफल रहा, जिसमें सभी वर्गों के लोग, विशेषकर महिलाएं, बड़ी संख्या में शामिल हुए। हालांकि, फरवरी 1922 में उत्तर प्रदेश के चौरी चौरा में हुई एक हिंसक घटना के बाद गांधी ने आंदोलन को समाप्त कर दिया। इसके बाद मार्च में उन्हें गिरफ्तार किया गया, उन पर राजद्रोह का मुकदमा चला और छह साल की सजा सुनाई गई।
गांधी के जेल में रहने के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विभाजन शुरू हो गया, जिसमें चित्तरंजन दास और मोतीलाल नेहरू ने एक धड़ा और चक्रवर्ती राजगोपालाचारी ने दूसरा धड़ा बनाया। इस समय हिंदू और मुसलमानों के बीच का सहयोग भी कमजोर पड़ गया। गांधी द्वारा इस विभाजन को सुलझाने के प्रयास विशेष रूप से सफल नहीं हो पाए।
नमक सत्याग्रह
1930 में महात्मा गांधी ने ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाए गए नमक कर के विरोध में नमक सत्याग्रह की शुरुआत की। इस कर से गरीब भारतीय जनता पर अतिरिक्त बोझ पड़ा था। गांधीजी ने 12 मार्च 1930 को दांडी यात्रा की शुरुआत की, जो 6 अप्रैल 1930 को समाप्त हुई, इस यात्रा में उन्होंने 240 मील का पैदल सफर तय किया और दांडी पहुंचकर ब्रिटिश कानून का उल्लंघन करते हुए नमक बनाकर अपना विरोध प्रकट किया। नमक सत्याग्रह ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को एक नई दिशा दी और गांधीजी की लोकप्रियता में उल्लेखनीय वृद्धि की।
भारत छोड़ो आंदोलन
1942 में महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की, जिसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन का अंत कर भारत को स्वतंत्रता दिलाना था। यह आंदोलन गांधीजी के नेतृत्व में पूरे देश में तेजी से फैल गया, और बड़ी संख्या में भारतीय जनता ने इसमें भाग लिया। गांधीजी ने “करो या मरो” का नारा देकर इस संघर्ष को एक निर्णायक मोड़ पर पहुंचाया, जिससे स्वतंत्रता संग्राम और अधिक सशक्त हो गया।
महात्मा गांधी की हत्या
Biography of Mahatma Gandhi in Hindi: 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की हत्या नाथूराम गोडसे ने कर दी। उनकी मृत्यु से पूरा देश शोकाकुल हो गया, लेकिन गांधीजी के विचार और सिद्धांत आज भी प्रेरणादायक हैं। उनकी हत्या ने सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों की अहमियत को और भी स्पष्ट रूप से सामने रखा।
Important Links
Home Page | Click here |
Whatsapp Group | Click here |
Telegram Group![]() |
Click here |
Frequently Asked Questions
Q. महात्मा गांधी का जीवन परिचय कैसे लिखें?
Ans. महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता और अहिंसा के सिद्धांत के प्रणेता थे। उन्होंने असहयोग, नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया। 30 जनवरी 1948 को उनकी हत्या कर दी गई, लेकिन उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
Q. महात्मा गांधी की पूरी कहानी क्या है?
Ans. महात्मा गांधी की कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जिसने सत्य, अहिंसा और नैतिकता के सिद्धांतों पर चलते हुए न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया, बल्कि पूरी दुनिया को शांति और अहिंसा का संदेश दिया।
Q. महात्मा गांधी जी का पूरा नाम क्या था?
Ans. महात्मा गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था।
Q. महात्मा गांधी ने अपने जीवन में क्या-क्या किया था?
Ans. महात्मा गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उन्होंने अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांतों के माध्यम से ब्रिटिश शासन के खिलाफ कई आंदोलनों का नेतृत्व किया, जैसे चंपारण, खेड़ा, नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन उन्होंने सामाजिक को सुधारने के लिए बहुत जोर दिए थे।
Q. गांधी ने कितने आंदोलन चलाए थे?
Ans. गांधी जी ने पांच आंदोलन चलाए थे। जिसका विवरण नीचे बताया गया है।
- चंपारण सत्याग्रह
- खेड़ा सत्याग्रह
- असहयोग आंदोलन
- नमक सत्याग्रह
- भारत छोड़ो आंदोलन
Biography of Mahatma Gandhi in Hindi Biography of Mahatma Gandhi in Hindi Biography of Mahatma Gandhi in Hindi Biography of Mahatma Gandhi in Hindi Biography of Mahatma Gandhi in Hindi Biography of Mahatma Gandhi in Hindi Biography of Mahatma Gandhi in Hindi